उन्नत मानव जीवनमानवताका बीज हृदयमे जब अंकुरित होता हैसृष्टिबागमे मानव जीवन तब विकसित होता हैचित्त वृत्तिके रंगीन पत्ते पतजड़में गिर जाते फिरनए गुणों की बहारसे तरु नवपल्लवित होता हैकृतज्ञता और भाव पूर्णता, कार्य प्रवणता, अस्मितादैवी गुणसे मानव सच्चा मानव साबित होता हैऊँची डिग्री नौकरी अच्छी जिससे कमाई ज्यादा होजिव जगत जगदीश जानकर कौन सुशिक्षित होता हैमेरा कुछ भी है कहा निर्लेप करम बस भक्त करेइश्वर से पाया जानकर इश्वरको अर्पित होता हैदुर्गुण की दुर्गंघ छुपाने दम्भी चेहरा खूब सजायाशीलकी शुश्बुसे ही मानव गौरवान्वित होता है
पथ्थर पर ही झूकने पर दिल पथ्थर जैसा हो गया दिलका साज बजे तो जीवन प्यारका गीत होता है सबकुछ होने पर भी जीवन झुठा सपना लगता हैढाई अक्षर कहनेवाला ही एक मनमीत होता है